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Apr 19, 2014

पैरों से पता चल जाता है कौन है कैसा इंसान

पैरों से पता चल जाता है कौन है कैसा इंसान.................... ==========================================यदि आप किसी व्यक्ति के स्वभाव और आदतों के विषय में जानन...ा चाहते हैं तो यहां एक विधि बताई जा रही है। इस विधि के अनुसार किसी भी व्यक्ति के पैरों का शेप देखकर भी स्वभाव मालूम किया जा सकता है। हर व्यक्ति के पैरों का शेप अलग होता है। यहां पैरों के पांच प्रकार के शेप्स का वर्णन किया जा रहा है। आप इन शेप्स में से अपने पैर का शेप मैच करके स्वभाव...

Apr 18, 2014

पुरी में जगन्नाथ मंदिर केे कुछ आश्चर्यजनक तथ्य

पुरी में जगन्नाथ मंदिर केे कुछ आश्चर्यजनक तथ्य:- 1. मन्दिर के ऊपर स्थापित ध्वज सदैव हवा के विपरीत दिशा में लहराता है। 2. पुरी में किसी भी स्थान से आप मन्दिर के ...ऊपर लगे सुदर्शन चक्र को देखेंगे तो वह आपको सदैव अपने सामने ही लगा दिखेगा। 3. सामान्य दिनों के समय हवा समुद्र से जमीन की तरफ आती है, और शाम के दौरान इसके विपरीत, लेकिन पुरी में इसका उल्टा होता है । 4. पक्षी या विमानों को मंदिर के ऊपर उड़ते हुए नहीं पायेगें। 5. मुख्य गुंबद की...

Apr 14, 2014

सिल बट्टा का विज्ञान :

सिल बट्टा का विज्ञान : प्राचीन भारत के ऋषियों ने भोजन विज्ञानं, माता और बहनों की स्वास्थ को ध्यान में रखते हुए सिल बट्टा का अविष्कार किया ! यह तकनीक का विकास समाज की प्रगति और परियावरण की रक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया। आधुनिक काल में भी सिल बट्टे का प्रयोग बहुत लाभकारी है - १. सिल बट्टा पत्थर से बनता है, पत्थर में सभी प्रकार की खनिजों की भरपूर मात्रा होती है, इसलिए सिल बट्टे से पिसा हुआ मसाले से बना भोजन का स्वाद सबसे उत्तम होता...

मित्रों, श्री राजीव दीक्षित जी के एक व्याख्यान में चूने के गुणों और सेवन के लाभ का वर्णन किया है - चूना जो पान में लगा के खाया जाता है , उसकी एक डिब्बी ला कर घर में रखे . - यह सत्तर प्रकार की बीमारियों को ठीक कर देता है . गेहूँ क े दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी पीलिया ठीक हो जाता है - चूना नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है - अगर किसी के शुक्राणु नही बनता उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो साल डेढ़ साल...

तुलसी के फायदे

आइये जानते हैं तुलसी के फायदे... 1. तुलसी रस से बुखार उतर जाता है। इसे पानी में मिलाकर हर दो-तीन घंटे में पीने से बुखार कम हो जाता है। 2. कई आयुर्वेदिक कफ सिरप में तुलसी का इस्तेमाल अनिवार्य है।यह टी.बी,ब्रोंकाइटिस और दमा जैसे रोंगो के लिए भी फायदेमंद है। 3. जुकाम में इसके सादे पत्ते खाने से भी फायदा होता है। 4. सांप या बिच्छु के काटने पर इसकी पत्तियों का रस,फूल और जडे विष नाशक का काम करती हैं। 5. तुलसी के तेल में विटामिन सी,कै5रोटीन,कैल्शियम...

कुसंस्कारो का त्याग , तभी सच्चे सुख और आनन्द की प्राप्ति

एक बार एक स्वामी जी भिक्षा माँगते हुए एक घर के सामने खड़े हुए और उन्होंने आवाज लगायी, भीक्षा दे दे माते!! घर से महिला बाहर आयी। उसनेउनकी झोली मे भिक्षा डाली और कहा, “महात्माजी, कोई उपदेश दीजिए!” स्वामीजी बोले, “आज नहीं, कल दूँगा।” दूस रे दिन स्वामीजी ने पुन: उस घर के सामने आवाज दी – भीक्षा दे दे माते!! उस घर की स्त्री ने उस दिन खीर बनायीं थी, जिसमे बादाम- पिस्ते भी डाले थे, वह खीर का कटोरा लेकर बाहर आयी। स्वामी जी ने अपना कमंडल आगे कर दिया।...