
अशोक - यह भारतीय वनौषधियों में एक दिव्य रत्न है |
भारतवर्ष में इसकी कीर्ति का गान बहुत प्राचीनकाल से हो रहा है |
प्राचीनकाल में शोक को दूर करने और
प्रसन्नता के लिए अशोक वाटिकाओं एवं उद्यानों का प्रयोग होता था और इसी
आश्रय से इसके नाम शोकनाश ,विशोक,अपशोक आदि रखे गए हैं| सनातनी वैदिक लोग
तो इस पेड़ को पवित्र एवं आदरणीय मानते ही हैं ,किन्तु बौद्ध भी इसे विशेष
आदर की दॄष्टि से देखते हैं क्यूंकि कहा जाता है की भगवानबुद्ध...