3:48 AM
शरद पूर्णिमा **
आज शरद पूर्णिमा और खीर
शरद पूर्णिमा कि शीतल रात्रि में (9 से 12 के बीच)
छत पर चन्द्रमा की किरणों में महीन कपड़े से ढँककर रखी हुई
दूध-चावल की खीर अवश्य खानी चाहिए l देर रात होने के
कारण कम खायें,भरपेट न खायें,सावधानी बरतें l रात ऐसा घर के आगंन में रखे l
सुबह गरम करके उपयोग कर सकते हैं l
ढाई-तीन घंटे चन्द्रमा की किरणों से पुष्ट यह खीर पित्तशामक, शीतल, सात्वि
क होने के साथ वर्ष भर प्रसन्नता और आरोग्यता में सहायक सिद्ध होती है l
शरद पूनम की रात को खीर बना कर चंद्रमा की किरणों में रखे… और उसमें
निहारते हुए इस विशेष मंत्र का जप करें
अच्युतानन्त गोविन्द नामोच्चारण भेषजात l
नश्यन्ति सकला रोगाः सत्यं सत्यं वदाम्यहम ll
"हे अच्युत! हे अनंत ! हे गोविन्द !'
इन नामों के उच्चारणरुपी औषधि से
सब रोग नष्ट हों जाते हैंl
माता लक्ष्मी भी प्रस्न्न होती है !
जय श्री चन्द्र देव........
जय माता महालक्ष्मी.........
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पूर्णिमा
व्रत पर्व विवरण : कार्तिक स्नानारम्भ, माघ चंद्रग्रहण (ग्रहण समय १९ अक्टूम्बर प्रात: ३:१८ से ७:२१ तक)
विशेष : पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल, लाल रंग का साग व काँसे के पात्र में भोजन करना निषिद्ध है।
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